जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस चालक बनीं पूजा, पहले दिन कठुआ रूट पर चलाई गाड़ी
जम्मू-कठुआ बस यूनियन के महाप्रबंधक रछपाल सिंह ने कहा कि दो दिन पहले पूजा उनके पास आई थीं और बस चलाने की इच्छा जाहिर की। चूंकि वो इससे पहले ट्रक भी चला चुकीं हैं और उनके पास हैवी व्हीकल ड्राइविंग लाइसेंस भी है। ऐसे में कोई दिक्कत नहीं थी। सुबह 11 बजकर 52 मिनट पर पूजा बस लेकर जम्मू से कठुआ पहुंचीं और शाम को समय से लौटीं भी।
बस का स्टीयरिंग पकड़े पूजा खुद को खुशकिस्मत महिला मान रही हैं। उनका कहना है कि बचपन में देखा सपना अब जाकर पूरा हुआ है। इसके लिए काफी संघर्ष किया है। पति और परिवार की इच्छा के बिना इस सपने को पूरा करने की ठान ली थी। पूजा का कहना है कि बड़ी गाड़ी चलाने का पहले से मन बनाया था, लेकिन परिवार से जब इच्छा जाहिर करती, तो वह नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी घर से बाहर जाए और इस तरह की गाड़ी चलाए। पूजा का कहना है कि उन्होंने महिलाओं के पैरों में बंधी बेड़ियों को तोड़ने की शुरूआत की है और चाहती हैं कि अन्य महिलाएं भी अपने सपनों को पूरा करें।
पूजा ने कहा...
अन्य महिलाओं को ड्राइविंग सिखाना चाहती हूं। इससे पहले टैक्सी और ट्रक चला चुकी हूं। उम्मीद नहीं थी कि कोई भरोसा जताएगा लेकिन यह सपना भी पूरा हो गया। कोई बड़े ख्वाब नहीं देखती, लेकिन ड्राइविंग को लेकर खुली आंखों से देखा सपना पूरा कर लिया है। अपनी मेहनत के जरिये पैसा कमाने के इस रास्ते से खुशी होती है।