आज हिंदी की वीणा, लय के प्रबल संवाहक, गीत की अहर्निश गंगोत्री के नवल भगीरथ,
भाषा के निरंतर परिमार्जन और अभिवृद्धि के गेय शिल्पी महाकवि पद्मभूषण डॉ गोपालदास नीरज जी की पुण्यतिथि है।
यकीन नहीं होता २ साल हो गए इस गीत ऋषि को गए हुए... लगता है अभी कहीं से आवाज़ देंगे | नमन, नीरज दद्दू !!🙏❤️
ह्रदय की गहराईयों से नमन है आपको।
ER SURAJ MOTTAN
-A TEACHER, A MOTIVATOR, A SOCIAL ACTIVIST, A BLOGGER, A YOUTUBER-
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